शुक्रवार, 16 मार्च 2007

एच एस बी सी - द वर्ल्ड्‌स लोकल बैंक

वाह रे "एच एस बी सी" (HSBC)...
अपने आप को कहते हैं द वर्ल्ड्‌स लोकल बैंक यानि कि पूरी दुनिया इनके लिये आस-पड़ोस जैसी है, यानि कि आपका सारा काम ये फ़टाफ़ट कर देंगे, दूरी की समस्या नही होगी । लेकिन अभी अभी मुझे इनके साथ ऐसा अनुभव हुआ कि लगा कि ये किसी ग्रामीण सहकारी बैंक से कम नही हैं । असल मे बैंगलोर स्थित हमारी कम्पनी मे हम जितना भी वक़्त गुज़ारते हैं, उसके लिये हमे तनख़्वाह नाम की एक अतिआवश्यक चीज़ महीने के अन्त मे इन्ही 'एच एस बी सी' जी के माध्यम से मिलती है । अब हुआ ये कि हमे कुछ पैसे भेजने की आवश्यकता पड़ी अमेरिका मे अपने जान पहचान के किसी सज्जन को और वो भी जल्दी से जल्दी । हमने तो सोचा भाई कि अपना तो अकाउण्ट, 'द वर्ल्ड्‌स लोकल बैंक' मे है, हमे कोई प्रॉब्लम ही नही होगी । लेकिन जब कॉल सेण्टर नम्बर लगा के पूछे कि भइया कैसे होगा ये काम तो हमे ये उत्तर मिला -

१.) पहले अपने अकाउण्ट मे थर्ड पार्टी ट्रान्सफ़र इनेबल करवाइये । उसके लिये एक फ़ॉर्म भरिये और उसे जमा करिए (इन्टरनेट के जरिये ये काम नही होगा) ।
२.) फ़िर यदि भारत से बाहर पैसे भेजने हैं तो बैंक की किसी शाखा मे जाइये और एक और फ़ॉर्म भरिये (इन्टरनेट के जरिये ये काम भी नही होगा) ।
३.) ऊपर के दोनो कामो के लिये ४ से ५ वर्किंग डेज़ (कामकाजी दिन) भी लगेंगे । वो भी अलग अलग ।

इतना सब कुछ तब, जबकि हमारा अकाउण्ट "पॉवरवाण्टेज" जैसी अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित है और बाकी के सारे काम इण्टरनेट पर ऑनलाइन ही किये जा रहे हैं ।

मान गये हम एच एस बी सी को ।

1 टिप्पणी:

Neeraj Rohilla ने कहा…

पाण्डेयजी,

आप खुशकिस्मत है कि आपका काम तो हो गया, एक बार आई.सी.आई.सी.आई. वालो के हाथ कुछ पैसे घर भेजे थे, महीना लग गया था घर पहुंचने में,

मेरे पास जो उदासपानी की सीडी है उस पर काफ़ी स्क्रेच हैं, जब ट्रैक्स उखाडे तो आठ में से केवल छ: ही उखाड सका । यदि आपके पास इसकी सीडी हो तो बताइये, बाकी दोनों ट्रैक्स की आपसे याचना की जायेगी ।