tag:blogger.com,1999:blog-7874621715020681582.post458604254670192115..comments2022-03-26T00:56:22.237+05:30Comments on पाण्डेय जी के मधुर वचन (Hindi Blogs by Abhishek): कुछ शेर पेश-ए-ख़िदमत हैं - २Abhishekhttp://www.blogger.com/profile/05147031274147631687noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7874621715020681582.post-62259661151641200012007-02-26T23:12:00.000+05:302007-02-26T23:12:00.000+05:30का गुरू... तू त मर्दवा हमरे बनारस के याद दिले हो.....का गुरू... तू त मर्दवा हमरे बनारस के याद दिले हो... स्वागत है हिंदी ब्लॉगजगत में.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7874621715020681582.post-21210952357416774562007-02-25T14:12:00.000+05:302007-02-25T14:12:00.000+05:30कफ़ी अच्छे शेर हैन और दास्तान-ए-मोहब्बत भी.. क्या क...कफ़ी अच्छे शेर हैन और दास्तान-ए-मोहब्बत भी.. क्या कहने.. और हां मेरी सारी रचनाय़ें स्व-रचित हैं.. सिर्फ़ एक को छोङ्कर "some quotes.. i like"Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7874621715020681582.post-14564867091684334642007-02-25T08:36:00.000+05:302007-02-25T08:36:00.000+05:30पान्डेयजी बनारस वाले,आपके इस अंदाजे बयाँ के तो हम ...पान्डेयजी बनारस वाले,<BR/><BR/>आपके इस अंदाजे बयाँ के तो हम कायल हो गये, कहीं दिल तो नहीं लगा बैठे हो? आपकी पोस्ट पढकर एक शेर याद आया है:<BR/><BR/>थी खता उनकी मगर जब आ गये वो सामनें,<BR/>झुक गयीं मेरी भी आँखे रस्म-ए-उल्फ़त देखिये ।<BR/><BR/>वैसे हमारी छ्पास पीडा भी निकल पडी है, आज ही एक पोस्ट लिखी है । अब कम से कम आपको तो झेलना ही पडेगा ।<BR/><BR/>http://antardhwani.blogspot.com<BR/><BR/>धन्यवाद,Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.com